Sunday, May 31, 2020

राजद बिहार मे तेजस्वी यादव के निर्देश पर वैशाली जिले में तेरसिया मोर पर प्रवासी लोगों के भोजन की व्यवस्था.

राजद बिहार मे  तेजस्वी यादव  के निर्देश पर  वैशाली जिले में तेरसिया मोर पर  प्रवासी लोगों के भोजन की व्यवस्था. 
कोई भूखा न रहे कार्यक्रम के तहत  लालु रसोई में समापन समारोह मे उपस्थित राजद के प्रदेश महासचिव #डॉ_मुकेश_रौशन  एवं राजद वैशाली के जिला अध्यक्ष बैधनाथ चन्द्रवंशी एवं युवा नेता ई.पंकज जी नागेन्द्र राय जी युवा राजद के जिला अध्यक्ष संजय पटेल जी युवा राजद के प्रदेश महासचिव संजय जी कंचन जी जितेन्द्र जी अक्षय यादव जी दिवाकर जी देवपुजन जी विशाल जी छोटा लालु  बाबु साहब छोटू जी अभिमन्यु जी कौशल जी   विकास जी नितेश जी  सुकेश जी सूबोध जी  एवं राजद कार्यकर्ता सम्मिलित रहे

Thursday, May 28, 2020

बिहार छपरा :जिले में अभी तक कुल 51 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए।

छपरा :जिले में अभी तक कुल 51 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। 
उनमें से 28 संक्रमित ठीक हो चुके हैं। फिलहाल 23 संक्रमित को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। जिले से अभी तक कुल 2293 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। उनमें से 2273 की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। इनमें 2222 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब 20 की रिपोर्ट का इंतजार है।
ये बातें डीएम सुब्रत कुमार सेन ने गुरुवार को समाहरणालय के एनआइसी कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी। उनके साथ एसपी हरकिशोर राय एवं प्रशिक्षु आइएएस वैभव श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। डीएम ने बताया कि मढ़ौरा के एक संक्रमित की कोरोना से मौत को लेकर सरकारी प्रावधान के मुताबिक चार लाख रुपये की सहायता दी गई।

उन्होंने कहा कि जिले के 529 क्वारंटाइन सेंटर पर इस समय 25 हजार 600 प्रवासी रह रहे हैं। ये वैसे लोग हैं जो श्रेणी वन के विभिन्न 11 शहरों से यहां पहुंचे हैं। इसके अलावा 23 हजार 200 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। इन सभी प्रवासियों की स्क्रीनिग कराई जा रही है। होम क्वारंटाइन में भी एहतियात के साथ रहने की सलाह दी गई है। डीएम ने बताया कि जिले में करीब 60 हजार प्रवासी अभी तक पहुंच चुके हैं। उनकी स्किल मैपिग कराई जा रही है। अभी तक करीब 19 हजार की स्किल मैपिंग का डाटा विभागीय पोर्टल पर डाल दिया गया है। 

लगभग पांच हजार जॉब कार्ड वितरण कर काम उपलब्ध कराया जा रहा है।
डीएम ने बताया कि उपभोक्ता सामग्रियों के वितरण में इस माह पांच-पांच किलो मुफ्त चावल के साथ एक-एक किलो दाल भी दी जा रही है। अभी तक करीब 74 फीसद परिवारों को इस माह का खाद्यान्न उपलब्ध करा दिया गया है। इसके अलावा सभी प्रवासियों को पांच-पांच किलो चावल और एक-एक किलों दाल मुहैया कराया जा रहा है। सभी प्रवासियों को उनके राह खर्च के रूप में न्यूनतम एक हजार रुपये दिए जा रहे हैं। 

पल्स पोलियो अभियान की तरह सभी की होगी स्क्रीनिग व स्किल मैपिग :
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में पहुंचे सभी प्रवासियों की पल्स पोलियो अभियान की तरह स्क्रीनिग और स्किल मैपिग कराई जाएगी। इसके लिए सुपरवाइजर तैनात किए गए है। सर्वे टीम डोर-टू-डोर पहुंच कर डाटा कलेक्ट करेगी। इसे विभागीय पोर्टल पर अपलोड कराया जाएगा। प्रवासी श्रमिकों को उनके स्कील के मुताबिक मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना आदि का लाभ दिलाया जाएगा। फिलहाल उन्हें मनरेगा और सात निश्चय योजनाओं में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। गली-नाली योजना का काम चल रहा है, जिसमें करीब 65 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। 

क्वारंटाइन सेंटर में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश व खाद्यान्न वितरण पर रोक 

डीएम ने कहा कि चिह्नित 11 शहरों से आने वाले प्रवासियों को प्रखंड और पंचायत क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से इन क्वारंटाइन सेंटरों में किसी भी बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक है। इसके साथ ही क्वारंटाइन सेंटरों में किसी तरह के बाहरी खाद्य सामग्रियों का भी वितरण नहीं होगा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि क्वारंटाइन सेंटरों पर मुहैया हो रही सुविधाओं का अवलोकन करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विजिट की छूट है, लेकिन उन्हें भी पूरी तरह से लॉकडाउन के नियमों और फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करना अनिवार्य है।
संत कुमार गोस्वामी की रिपोर्ट

Truecaller यूजर्स के लिए बड़ा झटका, 75,000 में बिक रहा 4.75 करोड़ भारतीयों का डाटा- रिपोर्ट

Truecaller यूजर्स के लिए बड़ा झटका, 75,000 में बिक रहा 4.75 करोड़ भारतीयों का डाटा- रिपोर्ट
By: नेशनल न्यूज़ नेटवर्क दिल्ली डेस्क 28 May 2020 04:12 AM (IST)
ऑनलाइन इंटेलिजेंस कंपनी साइबल ने दावा किया है कि 4.75 भारतीय ट्रू कॉलर यूजर्स का डाटा 75000 हजार रुपये में एक साइबर अपराधी ने डार्क वेब पर बेचने की पेशकश की है.
Truecaller data of 4.75 crore Indians sold for 75,000 - report

नई दिल्ली: देश और दुनिया में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है. साइबर अपराधियों के लिए डेटा चुराना जैसे आम सी बात हो गई है. ताजा मामले की बात करें तो एक रिपोर्ट के मुताबिक एक साइबर अपराधी 4.75 करोड़ भारतीयों के रिकॉर्ड 75,000 हजार रुपये में डार्क वेब पर बेच रहा है. इस अपराधी ने ये दावा किया है कि उसने ये रिकॉर्ड ट्रूकॉलर से प्राप्त किए हैं.

इस पूरे मामले की जानकारी ऑनलाइन इंटेलिजेंस कंपनी साइबल ने दी है. कंपनी ने ब्लॉग के जरिए बताया, "हमारे रिसर्चर्स ने एक नामी विक्रेता की पहचान की है जो 4.75 करोड़ भारतीय के ट्रूकॉलर रिकॉर्ड को 75,000 रुपए में बेच रहा है. यह डाटा पिछले साल है. हमें इसके लिए इतनी कम कीमत की मांग लेकर हैरानी हुई है. जो डाटा बिक्री के लिए रखा गया है उसमें फोन नंबर, मेल या फीमेल इसकी जानकारी, शहर, मोबाइल नेटवर्क और फेसबुक आईडी का पूरा लेखा जोखा है."
दूसरी तरफ ट्रूकॉलर ने ऐसे किसी भी डाटा की चोरी से साफ इंकार किया है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि इस डाटा को बेचने के लिए हमारी कंपनी का नाम इसलिए लिया जा रहा ताकि इससे भरोसा पैदा हो सके. उन्होंने आगे कहा कि हमारा सारा डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है और हम अपने यूजर्स के रिकॉर्ड की सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर हैं. उन्होंने बताया कि ऐसा मामला पिछले साल भी सामने आ चुका है.
वहीं साइबल का कहना है कि अगर सच में ऐसा है तो ये बड़े पैमाने पर भारतीय यूजर्स को प्रभावित कर सकता है. कंपनी की तरफ से कहा गया कि हमारी इस मामले पर नजर है हमें अगर कोई और जानकारी मिलेगी तो उसे ब्लॉग के जरिए बताया जाएगा.

Tuesday, May 26, 2020

कोरोना काल के बिच 30 दिन बैंक बंद रहेंगे इसलिए अपने सभी कार्यों को जल्द ही निपटाले..........................................?


कोरोना काल के बिच 30 दिन बैंक बंद रहेंगे इसलिए अपने सभी कार्यों को जल्द ही निपटाले..........................................!
पुरी लिस्ट 
क्योकि अगले तीन महीनों में 30 दिन तक के लिए बैंक बंद रहेंगे, साथ ही बैंक की छुट्टियों (Bank Holiday) की बात करें तो अगले तीन महीने यानी जून, जुलाई और अगस्त में बैंक 30 दिनों तक के लिए बंद रहेंगे, जून 2020 से लेकर अगस्त 2020 तक किस-किस दिन को बैंक बंद (Bank Holiday) रहेंगे देखें पूरी की पूरी लिस्ट।
अगले तीन महीने यानी जून, जुलाई और अगस्त में बैंक 30 दिन बंद रहेंगे, इनमें रविवार और दूसरे-चौथे शनिवार को शामिल किया गया है, वही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की छुट्टियों की लिस्ट के अनुसार 3 महीने में रक्षाबंधन, जन्मअष्टमी, बकरीद ईद जैसे छुट्टी भी शामिल हैं, किस तारीख को बैंक में क्यों अवकाश हैं जानें।
June: 7, 13, 14, 17, 23, 24 और 31 जून को शनिवार और रविवार की वजह से अवकाश रहेगी, इसके अलावा 18 जून गुरु हरगोबिंद जी जयंती कई राज्यों में छुट्टी रहेगा।

July: 5, 11, 12, 19, 25 और 26 जुलाई को शनिवार और रविवार की वजह से अवकाश रहेगी, इसके साथ ही 31 जुलाई को बकरा ईद गजेटेड हॉलिडे रहेगा।


August: 2, 8, 9, 16, 22, 23, 29 और 30 अगस्त को शनिवार और रविवार की वजह से अवकाश रहेगी. अगस्त में 03 अगस्त को रक्षाबंधन की वजह से अवकाश है, 11 अगस्त श्री कृष्ण जन्माष्टमी स्थानीय अवकाश, 12 अगस्त श्री कृष्ण जन्माष्टमी गजटेड अवकाश है, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस का छुट्टी , 21 अगस्त तीज (हरितालिका) स्थानीय अवकाश रहेगी।
22 अगस्त गणेश चतुर्थी स्थानीय छुट्टी रहेगा, 30 अगस्त मुहर्रम गजटेड अवकाश है, 31 अगस्त ओणम का स्थानीय छुट्टी रहेगा.
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*पिता के साथ सब्जी बेचने वाला हिमांशु बना स्टेट टॉपर*

*पिता के साथ सब्जी बेचने वाला हिमांशु बना स्टेट टॉपर*

 वैशाली डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो शीतांशु कुमार की रिपोर्ट
बिहार मैट्रिक बोर्ड ने आज रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें रोहतास के हिमांशु राज बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा के टॉपर बने हैं. हिमांशु ने 96.20 फीसदी अंक हासिल किए हैं. उन्हें 481 नंबर मिले हैं. टॉपर बनने के बाद हिमांशु ने कहा कि कोचिंग के साथ पापा भी पढ़ाई कराते थे. घर में 14 घंटे की पढ़ाई करते थे. जिसके बाद आज वह टॉप आए है. हिमांशु ने कहा कि वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं. इसको लेकर वह आगे भी कड़ी मेहनत करेंगे.
 
*किसान का बेटा हैं हिमांशु*
हिमांशु ने कहा कि पापा किसान है. वह दूसरे के खेत लेकर खेती करते हैं. कई बार तो पढ़ाई के दौरान आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण परेशानी भी हुई, लेकिन किसी तरह से पढ़ाई जारी रहा.
*खुद बाजार में बेचे सब्जी*

हिमांशु ने कहा कि वह कई बार अपने पिता के साथ बाजार में सब्जी भी बेचा करते थे. जिससे पिता की मदद हो सके. इनके बाद वह पढ़ाई पूरे मन से पढ़ाई करते थे. यही कारण है  कि आज टॉप आया हूं. परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है. हिमांशु रोहतास जिले के जनता हाई स्कूल तेनुगंज का स्टूडेंट हैं.

Monday, May 25, 2020

लालू-नीतीश के करीबी रहे नेता की भविष्यवाणी- अगला मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे नीतीश कुमार! बढ़ा सियासी बवाल

लालू-नीतीश के करीबी रहे नेता की भविष्यवाणी- अगला मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे नीतीश कुमार! बढ़ा सियासी बवाल

    (3N) NEWS NETWORK (PATNA DESK)

लालू-नीतीश ( Lalu-Nitish) के करीबी रहे बिहार के इस नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) बिहार के मुख्यमंत्री का चेहरा (CM Face) बदल सकती है और सीएम नीतीश की जगह किसी और चेहरे को प्रोजेक्ट कर सकती है.

                               (3N) NEWS NETWORK 
पटना. बिहार में आने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections) के मद्देनजर हर राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से दावे-प्रतिदावे कर रहे हैं. वे इस बात के भी आकलन करने में लगे हैं कि किस पार्टी की क्या स्थिति रहने वाली है. इसी क्रम में बिहार के एक बड़े नेता, जो आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (RJD President Lalu Prasad Yadav) और वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के भी करीबी माने जाते हैं, उन्होंने भविष्यवाणी की है कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं बनेंगे. इस नेता के बयान ने बिहार का सियासी तापमान इतना चढ़ा दिया कि बीजेपी और जेडीयू दोनों ही दल इनपर हमलावर हो गए.

RJD नेता ने बताई ये वजह

दरअसल RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwary) ने नीतीश कुमार को लेकर भविष्यवाणी करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी बिहार के मुख्यमंत्री का चेहरा बदल सकती है और सीएम नीतीश की जगह किसी और चेहरे को प्रोजेक्ट कर सकती है. इसलिए संभव है कि अगला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न हों.
इस बात की आशंका जताने के पीछे की वजह बताते हुए शिवानंद तिवारी कहते हैं कि पिछले 15 सालों से नीतीश कुमार बतौर CM राज्य की कमान संभालते रहे हैं और उनको लेकर प्रदेश की जनता में अविश्वास भर चुका है. वहीं ये यह भी कहते हैं कि हिंदी पट्टी में बिहार ही एक ऐसा राज्य बचा है जहां सीधे तौर पर BJP सत्ता पर काबिज नहीं है. इस वजह से भी आनेवाले दिनों में BJP नीतीश कुमार की जगह किसी और को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर सामने ला सकती है.

चढ़ा बिहार का सियासी पाराजाहिर है आरजेडी नेता की इस भविष्वाणी पर बिहार का सियासी पारा चढ़ गया और BJP और JDU के लोग खुलकर शिवानंद तिवारी पर हमलावर हो गये. जेडीयू नेता और बिहार के सूचना एवं प्रसारण मंत्री नीरज कुमार कहते हैं कि शिवानंद तिवारी नीतीश कुमार की चिंता छोड़ें, RJD की चिंता करें. अगर वो ऐसा करेंगे तो इसका लाभ उन्हें और उनकी पार्टी दोनों को होगा.

BJP ने भी बोला हमला
वहीं, BJP के कद्दावर नेता और बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव और BJP के ही युवा विधायक नितिन नवीन ने भी शिवानंद तिवारी पर जोरदार पलटवार किया है. नंद किशोर यादव ने कहा कि शिवानंद तिवारी को अपनी ओर अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए हमारे गठबंधन का वो फिक्र ना करें.
BJP विधायक नितिन नवीन ने कहा कि शिवानंद तिवारी इस तरह का बयान देकर सियासत में खोई अपनी ज़मीन को वापस पाना चाह रहे हैं, लेकिन अब उन्हें वो कामयाबी हासिल नहीं होने वाली है. राज्य की जनता ऐसे नेताओं और उनकी पार्टी से कोसों दूर हो चुकी है.

Sunday, May 24, 2020

दिल्ली समेत 5 राज्यों में गर्मी का रेड अलर्ट.. 47 डिग्री तक जा सकता है पारा

दिल्ली समेत 5 राज्यों में गर्मी का रेड अलर्ट.. 
47 डिग्री तक जा सकता है पारा .. 
भीषण गर्मी की वजह से लोग बेहाल, रेड अलर्ट
उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान के 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने के बाद, मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान में अगले 2 दिनों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2-3 दिनों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आईएमडी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में चलने वाली लू की संभावना को देखते हुए 'औरेंज अलर्ट' जारी किया गया है.

उन्होंने बताया कि अगले 2-3 दिनों में कुछ हिस्सों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है. श्रीवास्तव ने कहा कि गर्मी के मौसम में यह पहली बार है जब हीटवेव (लू) के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. शनिवार को राजस्थान के पिलानी में 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
दिल्ली एनसीआर में लगेंगे लू के थपेड़े
दिल्ली एनसीआर समेत मैदानी इलाकों वाले राज्यों में अगले कुछ दिन टेम्परेचर हाई रहने वाला है. पश्चिमोत्तर भारत में लू (Heat Wave) चलने के कारण शहर में अगले तीन और चार दिन में भीषण गर्मी पड़ने का अनुमान है. सोमवार यानी आज तापमान 45 डिग्री तक जा सकता है. बता दें कि 23 मई को इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा और तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. जो सामान्य से करीब 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है.

कोरोना वायरस क्या वाक़ई जून-जुलाई में भारत में तबाही मचाने वाला है

कोरोना वायरस क्या वाक़ई जून-जुलाई में भारत में तबाही मचाने वाला है

नेशनल न्यूज़  नेटवर्क दिल्ली डेस्क

गुरुवार को एम्स निदेशक के हवाले से देश के तमाम मीडिया चैनल और सोशल मीडिया में एक बयान चल रहा था - "जून-जुलाई में अपने चरम पर होगा कोरोना- डॉ. रणदीप गुलेरिया."

शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोरोना का पीक आने वाला है. जब उनसे इससे जुड़ा एक सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं एक्सपर्ट नहीं हूँ. लेकिन मुझे लगता है पीक और देर से आएगा. मगर ये पीक जब भी आए, जून में आये या जुलाई या अगस्त में आए हमें लॉकडाउन से ट्रांजिशन के लिए तैयार रहना चाहिए."

शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि अगर सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें तो हो सकता है कि कोरोना का पीक आये ही ना.

लेकिन ये पीक क्या है- इसका मतलब कहीं नहीं समझाया जा रहा. उस पीक में रोज़ कितने मामले सामने आएंगे, इस पर भी कोई बात नहीं हो रही.
हर कोई इस बयान को अपने हिसाब से समझ रहा है. कोई कह रहा है अब लॉकडाउन आगे भी बढ़ाया जाएगा, अब तो दुकानें फिर से बंद करनी पड़ेंगी...वगैरह-वगैरह

बड़ी खबर; ‘महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री को हुआ कोरोना’, राज्य में कोरोना का आंकड़ा 50000 पार

बड़ी खबर; ‘महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री को हुआ कोरोना’, राज्य में कोरोना का आंकड़ा 50000 पार


कोरोना से जूझते महाराष्‍ट्र के लिए एक बुरी खबर है। उद्धव सरकार में मंत्री और महाराष्‍ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्‍हाण कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्‍हें नांदेड से मुंबई लाया जा रहा है। हालांकि अभी उनके नाम की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। महाराष्‍ट्र में इस समय कोरोना पॉजिटिव आंकड़े 50 हजार के पार हो चुके हैं।

इससे पहले अप्रैल में महाराष्‍ट्र के आवास मंत्री और एनसीपी के नेता जितेंद्र आव्हाड की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। न्यूमोनिया की शिकायत के चलते मंत्री को मंगलवार की रात ठाणे के अस्पताल में भर्ती किया गया था। आवास मंत्री के संपर्क में रहे सुरक्षाकर्मियों सहित 18 लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। मंत्री पहले होम क्वारंटीन थे और उनकी रिपोर्ट उस समय नेगेटिव आई थी। एनसीपी चीफ शरद पवार के खास माने जाने वाले जितेंद्र ठाणे की कालवा-मुंब्रा सीट से विधायक हैं।

उद्धव के मातोश्री में भी मचा था हड़कंप

अप्रैल में ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के पास एक चायवाले के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद इलाके में फैल गई थी। यह चायवाला बीते कई सालों से मातोश्री के गेट के पास चाय की टपरी लगाता था। चायवाले के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मातोश्री की सुरक्षा में लगे करीब 170 पुलिसकर्मियों और एसआरपीएफ जवानों को एहतियातन इलाके से हटाकर उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया था।

महाष्‍ट्र में कोरोना के 50,231 केस

रविवार को महाराष्ट्र में कोरोना के मरीजों की संख्या 50 हजार के पार पहुंच गई। राज्य में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3041 नए केस सामने आए। इसके चलते राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 50,231 तक पहुंच गई। वहीं पूरे राज्य में बीते 24 घंटे में कोरोना महामारी से कुल 58 लोगों की मौत भी हुई है। इससे राज्य में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1635 हो गया है।

 

नेशनल न्यूज़ नेटवर्क परिवार की ओर से आप सभी को ईद मुबारक.

परवरदिग़ार आप सभी के रोज़ा और इबादतों को क़बूल करें और इस ईद और रमज़ान के सदक़े में मुल्क़ के मुश्क़िलात को आसान फ़रमायें। आप तमाम हज़रत से दिली इल्तिज़ा है की घरों में रहें और मह्फ़ुज़ रहें। इन्ही दुवाओं के साथ आप सभी को ईद की पुरख़ुलुस मुबारकबाद। #EidMubarak
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Saturday, May 23, 2020

CM नीतीश कुमार ने की प्रवासी मजदूरों से अपील- अब बिहार छोड़कर नहीं जाएं, यहीं देंगे काम.. नेशनल न्यूज़ नेटवर्क (पटनाडेस्क)

CM नीतीश कुमार ने की प्रवासी मजदूरों से अपील- अब बिहार छोड़कर नहीं जाएं, यहीं देंगे काम
नेशनल न्यूज़ नेटवर्क (पटनाडेस्क)

जब CM नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar) जायजा ले रहे थे तब कई ट्रेंड श्रमिकों से भी उनकी बात हो रही थी. इसी दौरान महाराष्ट्र (Maharashtra) सहित दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों से हाल-चाल जानने लगे.

 
नेशनल न्यूज़ नेटवर्क पटना डेक्स
  • LAST UPDATED:MAY 24, 2020, 01:13 AM IST
  • अनिल कुमार (बिहार झारखंड हेड)
पटना. अब नहीं न जाइएगा बिहार से बाहर, बिहार में ही रहिए, यहीं मिलेगा रोजगार, चिंता मत कीजिए... ये बातें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने बिहार के क्वारंटाइन सेंटर (Quarantine center) में रहने वाले अप्रवासी बिहारी मजदूरों से तब कही जब वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए बिहार के कई जिलों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में रहने वाले लोगों का हाल जान रहे थे. बता दें कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीएम नीतीश (CM Nitish) ने 10 जिले के 20 ब्लाक क्वारंटाइन सेंटर का डिजीटल निरीक्षण, समीक्षा एवं रहनेवाले मजदूरों एवं पदाधिकारियों से बात की. बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्वारंटाइन केन्द्रों पर मिल रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली. सेंटर में खाने की व्यवस्था, किचन, साफ सफाई एवं अन्य सुविधाओं का भी डिजीटल निरीक्षण किया गया.

सीएम नीतीश ने ट्रेंड श्रमिकों से की बात

जब नीतीश कुमार जायजा ले रहे थे तब कई ट्रेंड श्रमिकों से भी उनकी बात हो रही थी. इसी दौरान महाराष्ट्र सहित दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों से जब हाल-चाल जानने लगे.  खाने-पीने से लेकर रहने और काम काज के बारे में सवाल पूछा. इसी दौरान नीतीश कुमार ने उसमे से कुछ मजदूरों से जब सवाल पूछा कि कहां काम करते थे,और क्या करते थे. इस पर कुछ मजदूरों ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में काम करते थे.
मुख्यमंत्री ने की हुनर की तारीफ
कई मजदूर टेलरिंग, कुकिंग सहित अन्य कार्यो में कुशल थे, इसी दौरान एक मजदूर ने बताया कि वो पेवल फ्लास्क की तकनीक से ईंट का निर्माण करते हैं और क्वारंटाइन में रहने के दौरान निर्माण कर रहे हैं. ये जान सीएम नीतीश कुमार बेहद खुश हुए और इसकी प्रशंसा तो की ही साथ ही अधिकारियों को निर्देश भी दिया की पेवल फ्लास्क से बनाए जा रहे ईटों को बड़े पैमाने पर तालाब और नदियों के किनारे लगाया जाए. नल जल कल योजना के तहत किए जा रहे सरकारी योजनाओं में इसका उपयोग करने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के कई क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे मजदूरों का हल-चाल जाना.


इसी के बाद नीतीश कुमार ने तमाम जगहों के प्रवासी बिहारी मजदूरों से जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे, उनसे आग्रह किया की बिहार से बाहर अब न जाएं. बिहार में ही उनके स्किल के मुताबिक रोजगार देने की व्यवस्था सरकार कर रही है.  सीएम नीतीश नेलगे हाथों अधिकारियों को इसका निर्देश भी दे दिया.
मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार  को इस दौरान  वी अधिकारियों ने बताया कि  रोजगार सृजन के लिए लगातार काम किया जा रहा है. लॉकडाउन के समय 4 लाख 18 हजार फंक्शनल योजनाओं के तहत अब तक 2 करोड़ 93 लाख मानव दिवस सृजित किये जा चुका है.

सासाराम: क्वारंटाइन सेंटर से रात में बाहर निकल युवती के साथ किया दुष्कर्म, 2 गिरफ्तार

सासाराम: क्वारंटाइन सेंटर से रात में बाहर निकल युवती के साथ किया दुष्कर्म, 2 गिरफ्तार


नेशनल न्यूज़ नेटवर्क बिहार डेस्कUpdated: 24 May 2020 12:05 AM


बिहार के सासाराम मेंदावथ थाना क्षेत्र के योगिनी गांव गुरुवार रात शौचालय के लिए निकली युवती के साथ दो लोगों ने दुष्कर्म किया। पीड़िता के अनुसार दोनों लोग कोआथ के जगनारायण उच्च विद्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में रहते थे। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी की तलाश में जुट गई है। गिरफ्तार लोगों में दोनों सुरेश यादव और चंचल यादव शामिल हैं।

पुलिस के अनुसार युवती खेत में शौच करने गई थी। इसी दौरान 6 संख्या में आये लोगों ने युवती को पकड़ लिया। कुछ दूरी पर ले ले जाकर दो लोगों ने रेप किया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार दोनों लोगों का कोरोना टेस्ट के लिए भेजा जाएगा।

गया के क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे बच्चे की जहरीले सांप के काटने से मौत
बिहार के गया में क्वारेंटाइन सेंटर में अपने माता-पिता के साथ रह रहे एक सात साल के बच्चे की जहरीले सांप के काटने से मौत हो गई। घटना गया के मोहनपुर प्रखंड की मटिहानी पंचायत के कंचनपुर हाई स्कूल स्थित क्वारेंटाइन सेंटर की है। अंकुश राज मटिहानी गांव का रहने वाला बताया जाता है। लॉकडाउन 3 के दौरान प्रवासियों को घर लौटने की मिली ढ़ील के बाद अंकुश अपने माता पिता के साथ 17 मई को मुंबई से आया था। सेंटर पर जगह न होने के कारण लोग बरामदे पर ही सो रहे थे। घटना के बाद सेन्टर पर रह रहे लोग भयभीत हैं।

वैशाली जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना ,मौत के बाद भी नही नसीब हुआ एम्बुलेंस

महनार (वैशाली)

वैशाली जिले के महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना देखने को मिला है जंहा कुआं से पानी भरने के दौरान गिर कर मृत हुए एक युवक के शव को ले जाने के लिए घंटों इंतजार के बाद भी अस्पताल द्वारा साधन उपलब्ध नहीं कराया गया।

मजबूरन मोटरसाइकिल पर ले गये शव:-

जिसके बाद मजबूर परिजन ने मोटरसाइकिल पर ही लादकर शव को घर ले गए। 
ये पूरी घटना है महनार अनुमंडल के देसरी थाना क्षेत्र के नयागांव पश्चिमी पंचायत के वार्ड संख्या 14 की जंहा गुरुवार की रात स्वर्गीय रामेश्वर राय के 30 वर्षीय पुत्र अवधेश कुमार कुंआ से पानी भरने के दौरान पैर पिछला और कुंआ में गिर गया जिसे आनान फानन में स्थानीय लोगो की सहयोग से परिजन ने कुंआ से निकालकर महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जंहा उसकी मौत हो गई ।

हॉस्पिटल प्रशासन से विनती करता रहा परिजन:-

हद तो तब हो गई जब मृतक का शव ले जाने के लिए परिजन हॉस्पिटल प्रशासन से विनती करता रहा लेकिन घंटो बीत जाने के बाद भी जब कोई सुनने को तैयार नही हुआ तो आखिर में मजबूर लाचार मृतक के परिजन युवक का शव मोटरसाइकिल पर ही लादकर शव को घर ले जाने को विवश हो गए।हालांकि ये कोई पहली घटना नही है बल्कि महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इस तरह की घटना कई बार हो चुका है लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने कभी कोई ठोस कदम उठाना मुनासिब नही समझा।

भीख मांगने वाली लड़की से हुआ प्यार, फिर रचाई शादी लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान कानपुर में फुटपाथ पर खाना बांटने के दौरान एक युवक को भीख मांगने वाली लड़की से प्यार हो गया. उसके बाद दोनों ने शादी कर ली.

3N News Network.

भीख मांगने वाली लड़की से हुआ प्यार, फिर रचाई शादी
नेशनल न्यूज़ नेटवर्क (दिल्लीडेस्क)

लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान कानपुर में फुटपाथ पर खाना बांटने के दौरान एक युवक को भीख मांगने वाली लड़की से प्यार हो गया. उसके बाद दोनों ने शादी कर ली.

National News Network 
  • LAST UPDATED:MAY 22, 2020, 06:12 PM IST
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में हुई एक अनोखी शादी की चर्चा चारों ओर हो रही है. जहां लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान फुटपाथ पर खाना बांटने के दौरान एक युवक को भीख मांगने वाली लड़की से प्यार हो गया. उसके बाद दोनों ने शादी कर ली. इस शादी में सोशल डिस्टेंसिंग का बखूबी से पालन किया गया.

नीलम के साथ अनिल ने रचाई शादी

आज तक की एक घबर के मुताबिक, गरीबी की वजह से फुटपाथ पर भिखारियों के साथ बैठने वाली नीलम को जो युवक रोज खाना बांटता था. उसी युवक ने नीलम को अपनी दुल्हन बना लिया. सामाजिक सोच बदलने वाली इस शादी के बारे में सुनकर हर कोई हैरान है.
भाई-भाभी ने नीलम को निकाल दिया था घर से बाहर
नीलम के पिता का निधन हो चुका है और मां पैरालिसिस से जूझ रही हैं. भाई और भाभी ने मारपीट कर घर से भगा दिया था. नीलम के पास गुजारा करने के लिए कुछ नहीं था. इसलिए वो लॉकडाउन में खाने लेने के लिए फुटपाथ पर भिखारियों के साथ लाइन में बैठती थी. इस दौरान अनिल को जब नीलम की मजबूरियों का पता चला तो उसे उससे प्यार हो गया. फिर उसके साथ शादी कर ली.


प्रापर्टी डीलर के यहां ड्राइवर है अनिल
अनिल एक प्रापर्टी डीलर के यहां गाड़ी चलाता है, जबकि नीलम की जिंदगी फुटपाथ पर भीख मांगकर चलती थी. नीलम ने तो सपने में भी उम्मीद नहीं की होगी कि कोई उससे भी शादी कर सकता है.

शादी कराने में मुख्य भूमिका निभाने वाले अनिल के मालिक लालता प्रसाद ने बताया कि अनिल खाना बांटने हमारे साथ जाता था फिर उसे उस लड़की से प्यार हो गया. इसके बाद मैंने अनिल के पिता को दोनों की शादी के लिए राजी किया फिर दोनों की शादी करवा दी.

रेलवे की लापरवाही की बेइंतेहां, राम भरोसे चलती हैं रेलवे की श्रमिक ट्रेनें

गज़ब!! राम भरोसे चलती श्रमिक ट्रेनें
गज़ब!! राम भरोसे चलती श्रमिक ट्रेनें
नेशनल न्यूज़ नेटवर्क दिल्ली डेस्क 
देश में पलायन की तस्वीर देख हर कोई विचलित होने लगा, सरकार की लाचारी पर सवाल खड़े होने लगे, सरकार की नाकामी ने मजदूरों के बीच वो गुस्सा पैदा किया कि मानों ये गुस्सा अब फूटे कि तब। इस बीच राहत की खबर आई, मजदूरों को उनके घरों तक भेजने का सरकारी इंतेज़ाम किया गया, स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ, नाम दिया गया श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन, जैसे तैसे शुरू हुई श्रमिक एक्सप्रेस मजदूरों के लिए एक उम्मीद की किरण लेकर आयी। राहत की बात रही कि अब मजदूर पैदल फासलों को नहीं नापेंगे और ना ही मजदूर के पैरों में छाले पड़ेंगे। लेकिन अफ़सोस रेलवे और सरकारें ये वाहवाही बहुत दिनों तक नहीं लूट पायी और अब श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों की बदइंतजामी सामने आने लगी।

रेलवे की लापरवाही की बेइंतेहां, राम भरोसे चलती हैं रेलवे की श्रमिक ट्रेनें

पहले से कोरोना की महामारी जलते मजदूर, ना मजदूरी बची ना पैसे बचे, किसी तरह अपने गांव जाने की लालसा लिए मजदूरों के साथ अब रेलवे भी मजाक ही कर रही है। दावे तो खूब किये जाते है, सरकार, रेलवे हर कोई ऐसे ऐसे दावे कर रही हो जैसे चारों ओर रामराज्य आ गया हो, मजदूरों को कोई तकलीफ नहीं हो रही है लेकिन सरकारी बदइंतजामी ऐसी है कि मजदूरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया हो। 36-36 घंटों के सफर में मजदूरों को ना खाना दिया जा रहा है और ना पीने के लिए पानी दिया जा रहा है। भेड़ बकरियों की तरह भरकर राज्य सरकारें भेज दे रही है। ये तक नहीं सोच रही है कि ये मजदूर भी हमारे ही है, इन्ही की वजह से देश की जीडीपी बढ़ती है और पीएम नरेंद्र मोदी ट्रिलियन इकॉनमी का सपना देख पाते है।

मुंबई से चली थी ट्रेन गोरखपुर के लिए पहुंच गई राउरकेला

रेलवे की तरफ से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, बीते 21 मई को महाराष्ट्र के वसई से गोरखपुर के लिए निकली श्रमिक स्पेशल ट्रेन राउरकेला ओडिशा पहुंच गई। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह रेलवे की इस लापरवाही पर ट्वीट किया है। आरपीएन सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा है, मुंबई से गोरखपुर जाने के लिए निकली श्रमिक स्पेशल ट्रेन राउरकेला, ओडिशा पहुंच गई है क्योंकि ड्राइवर रास्ता भूल गया।
वसई से गोरखपुर के लिए निकली श्रमिक स्पेशल ट्रेन का रूट डाइवर्ट होने की लेकर पश्चिम रेलवे की तरफ से सफाई आई है। रेलवे ने कहा है कि बड़ी संख्या में श्रमिक ट्रेनों के चलने की वजह से जलगांव-भुसावल-खंडवा-इटारसी-जबलपुर रुट पर काफी ट्रैफिक था। इसलिए बिलासपुर रुट से गोरखपुर जाने के लिए ट्रेन को डाइवर्ट किया गया। रुट बदलने के चलते उड़ीसा में ट्रेन के पहुंचने के बाद यात्रियों ने हंगामा किया था, जिसके बाद पश्चिम रेलवे की तरफ से यह सफाई जारी की गई है।

रेलवे की श्रमिक ट्रेनें  का हाल, 10-10 घंटे तक आउटर पर सिग्नल नहीं

प्रवासी मजदूर श्रमिक ट्रेनों में दुदर्शा हो रही है, एक तो ट्रेनें देरी से चल रही हैं और न रास्ते में उनको खाना दिया जा रहा है, न डिब्बों की साफ-सफाई हो रही है। कुछ मजदूरों ने ट्रेनें रोके जाने पर रास्ते में प्रदर्शन भी किया है। इसी तरह आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से श्रमिक ट्रेनों में बैठकर आए मजदूरों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब उनकी ट्रेन को दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन के आउटर सिंग्नल पर 10 घंटे तक रोके रखा गया।
इस तरह एक और ट्रेन जो कि महाराष्ट्र के पनवेल से जौनपुर आ रही ट्रेन को वाराणसी में करीब 10 घंटे तक रोके रखा गया। इससे गुस्साए मजदूरों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि बाद में रेलवे पुलिल ने इन लोगों के खाने की व्यवस्था की तब जाकर ट्रेन को आगे बढ़ाया गया। इस ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री ने बताया कि महाराष्ट्र में एक बार खाना दिया गया था लेकिन उसके बाद यूपी में कुछ नहीं मिला।
इससे पहले भिवंडी से मधुबनी चली श्रमिक ट्रेन बनारस से गोरखपुर चली गई। और फिर गोरखपुर से रक्सौल बॉर्डर, फिर वापस नरकटियागंज होते हुए करीब 24 घंटे की देरी से दंरभगा पहुँची थी। बोरीवली से मधुबनी चली श्रमिक ट्रेन जलगांव तक ठीक गई, उसके बाद नागपुर पहुंच गई। इससे पहले गोरखपुर जाने वाली ट्रेन के साथ भी ऐसी ही खबरें सामने आई थीं।

लापरवाही का जिम्मेदार कौन ?

बहरहाल रेलवे और सरकार पर सवाल उठना लाज़मी हैं कि इस भीषण गर्मी में रेलवे ने यात्रियों के साथ इस तरह क मजाक क्यों किया जा रहा है ? जब सामान्य ट्रेन का परिचालन नहीं हो रहा है तो रेलवे ट्रैफिक का बहाना क्यों बना रहा है? अगर ट्रैफिक इतनी थी तो इसकी जानकारी पैसेंजर को क्यों नहीं दी गई? मुंबई के वसई से गोरखपुर के लिए निकली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में रूट के बारे में टिकट पर साफ-साफ जानकारी है तो फिर ट्रेन राउरकेला कैसे पहुंच गई? तमाम सवाल है लेकिन जवाब ना रेलवे के पास और ना सरकार के पास।

कोरोना: सिर्फ इनर वियर पहन इलाज कर रही नर्स का जवाब- शर्म करिए, हम जान पर खेल रहे हैं

कोरोना: सिर्फ इनर वियर पहन इलाज कर रही नर्स का जवाब- शर्म करिए, हम जान पर खेल रहे हैं
May 23, 20200

 नेशनल न्यूज़ नेटवर्क दिल्ली डेस्क 
मॉस्को. रूस (Russia) के एक हॉस्पिटल में PPE सूट के नीचे सिर्फ इनर वियर (Inner wear) पहन कर कोरोना पीड़ितों (Coronavirus) के इलाज में जुटी एक नर्स की फोटो सोशल मीडिया (Social Media) पर इन दिनों खूब वायरल (Viral) है. उन्हें रूस की ‘टू हॉट नर्स’ कहकर भी बुलाया जा रहा है. हालांकि अब रूस की इस नर्स और इसके अन्य साथियों ने ऐसी तस्वीरें शेयर करने वालों और सोशल मीडिया पर हेल्थ वर्कर्स का मजाक उड़ाने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया है.

दरअसल इस फोटो के वायरल होने के बाद इन दोनों नर्सों ने बताया था कि लगातार PPE सूट पहन कर काम करने के चलते उन्हें काफी गर्मी लग रही थी और वे ज़रुरत से ज्यादा मरीज होने के चलते ब्रेक भी नहीं ले सकती थीं.

ऐसे में उन्होंने PPE के नीचे सिर्फ इनर वियर पहन कर काम करना ठीक समझा क्योंकि वे मरीजों को छोड़ना नहीं छह रहीं थीं. हालांकि उनके इस जवाब के बावजूद भी सोशल मीडिया पर उन्हें काफी निशाना बनाया गया. हालांकि अब रूस में लोग, कई नेता और उद्योगपति इन नर्सों के पक्ष में खड़े हो गए हैं. रूस के ज्यादातर अस्पतालों ने संदेश भेजे हैं कि जो लोग जान पर खेलकर दूसरों की जान बचा रहे हैं उन्हें उनके कपड़ों से जज करने वाले लोग घटिया हैं.

 

नर्स ने दिया जवाबनादिया नाम की इस 23 वर्षीय नर्स ने बताया कि उसने असहनीय गर्मी के चलते नर्स गाउन उतार कर अपने स्विम सूट में काम करने का निर्णय लिया था. वे उस दिन लगातार तीन शिफ्ट में काम कर रहीं थीं और उन्हें लगा कि मरीजों की देखभाल करते रहना ज्यादा ज़रूरी है. हालांकि बताया जा रहा है कि जिस अस्पताल में नादिया काम करती हैं वहां से उन्हें फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है. हालांकि इसी अस्पताल के डॉक्टर्स- नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ ने नादिया के पक्ष में मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि स्थिति को समझने की जगह चंद ट्रोल की ओपिनियन के आधार पर अस्पताल ने जो फैसला लिया है वो सरासर गलत है.

रूस के अखबार प्रावदा से बातचीत में नादिया ने कहा- मैं अपना काम कर रही थी और गर्मी के चलते मैं उसे रोकना नहीं चाहती थी. हम अपनी जान पर खेलकर मरीजों की देखभाल कर रहे हैं, जो लोग मेरे कपड़ों को देखकर असहज हो रहे हैं उन्हें शर्म आनी चाहिए. इसी अस्पताल में कम कर रहीं डॉक्टर अनस्तासिया वासिल्येवा ने कहा हमने अस्पताल से सपष्ट कहा है कि आपको नदिया को वापस लेना ही होगा. नर्स ने PPE पहना हुआ था, जिन्हें उसके सिर्फ इनर वियर नज़र आ रहे हैं उन्हें वो क्या काम कर रही है उस पर ध्यान देना चाहिए. उधर इस विवाद के बाद नादिया को एक लिंगरी ब्रांड मिस एक्स से मॉडलिंग का ऑफर भी मिला है, हालांकि नादिया फिर से अस्पताल जाकर लोगों के इलाज में जुट जाना चाहती हैं.

Thursday, May 21, 2020

कोरेंटाईन सेंटर में पांच वर्षीय बच्चे को सांप काटने से हुई मौत , जिम्मेवार कौन

बिहार के एक जिले के कोरेंटिन सेंटर मे अलग ही नजारा,जानकर हो जाएंगे हैरान

समस्तीपुर : करोना से खतरनाक महामारी को लेकर जारी लॉक डाउन के बीच लाखों की संख्या में प्रवासी लौट रहे हैं । इन प्रवासियों को उनके गृह जिले में स्वास्थ्य जांच के बाद 21 दिन के कोरेंटिन पर रखा जा रहा है।

इनके मनोरंजन के लिए टेलीविजन और स्पोर्ट्स की व्यवस्था भी की गई है लेकिन इन सबके बीच समस्तीपुर में एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली जहां विभूतिपुर प्रखंड के करर्ख पंचायत में बनाए गए कोरेंटिन सेंटर में नाच का आयोजन किया गया

जहां शिक्षा के मंदिर में भोजपुरी के अश्लील गानों पर लौंडे थिरकते रहे और वहां मौजूद प्रवासी सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किए बिना इस कार्यक्रम का लुफ्त उठाते रहे लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों ने इसे रोकने की जहमत तक नहीं की नाच का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है ।

नाच का वीडियो का सोशल मीडिया पर वायरल:-

नाच के वीडियो का सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले पर जिला जन शिकायत पदाधिकारी ने कहा है कि मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली है और इसकी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्यवाही की जाएगी किसी भी परिस्थिति में इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति नहीं दी जा सकती

जंदाहा के खोपी में दो गुटों के बीच खूनी खेल, एक कि मौत

वैशाली : जंदाहा के खोपी पंचायत के हसनपुर में दो गुटों के बीच हुए विवाद में एक कि मौत हो गयी वही चार लोग घायल बताये जा रहे हैं।

बताया जाता है कि दोनों गुटों के बीच पहले से ही कुछ विवाद चल रहा था, जो आखिरकार इतना बढ़ गया की इंसान के जान की प्यासी हो गयी।

मृतक व्यक्ति का नाम शिव कुमार सिंह हैं, ग्रामीण बताते हैं एक पक्ष के लोग शिव कुमार सिंह के दरवाजे पर चढ़कर हमला कर दिया जिसमें वो बुरी तरह जख़्मी हो गए, जिसके बाद उन्हें इलाज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जंदाहा लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद आज मृतक का अंतिम संस्कार किया, फिलहाल इलाके में तनाव बरकरार हैं जिसे देखे हुए भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की हैं।

पिता को साइकिल पर बैठा तय किया 1200 किमी. लंबा सफर, अब बन सकती है 'सुपरस्टार'

पिता को साइकिल पर बैठा तय किया 1200 किमी. लंबा सफर, अब बन सकती है 'सुपरस्टार'

महज 15 साल की उम्र में ज्योति कुमारी (Jyoti Kumari) अपने पिता को गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा साइकिल पर ले गई, अब वो बन सकती है देश की चैंपियन, जानिए कैसे

नेशनल न्यूज़ नेटवर्क (दिल्ली डेस्क )
पिता को साइकिल पर बैठा तय किया 1200 किमी. लंबा सफर, अब बन सकती है 'सुपरस्टार'
नई दिल्ली. भारतीय साइकिलिंग महासंघ (CFI) के निदेशक वीएन सिंह ने कोरोना वायरस के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच अपने पिता को साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा पहुंची ज्योति (Jyoti Kumari) को ‘क्षमतावान’ करार देते हुए कहा कि महासंघ उसे ट्रायल का मौका देगा और अगर वह सीएफआई के मानकों पर थोड़ी भी खरी उतरती है तो उसे विशेष ट्रेनिंग और कोचिंग मुहैया कराई जाएगी. मीडिया में आई खबरों के अनुसार ज्योति लॉकडाउन में अपने पिता मोहन पासवान को साइकिल पर बिठाकर एक हजार किमी से ज्यादा की दूरी आठ दिन में तय करके गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा पहुंच गई थी. ज्योति ने रोजाना 100 से 150 किमी साइकिल चलाई. वीएन सिंह ने कहा कि महासंघ हमेशा प्रतिभावान खिलाड़ियों की तलाश में रहता है और अगर ज्योति में क्षमता है तो उसकी पूरी मदद की जाएगी.

ज्योति को मिलेगा मौका

वीएन सिंह ने ‘भाषा’ से कहा, 'हम तो ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ियों की तलाश में लगे रहते हैं और अगर लड़की में इस तरह की क्षमता है तो हम उसे जरूर मौका देंगे. आगे उसे ट्रेनिंग और कोचिंग शिविर में डाल सकते हैं. उससे पहले हालांकि हम उसको परखेंगे. अगर वह हमारे मापदंड पर खरी उतरती है तो उसकी पूरी सहायता करेंगे. विदेशों से आयात की गई साइकिल पर उसे ट्रेनिंग कराएंगे.'
लॉकडाउन के बाद ज्योति का ट्रायल
लॉकडाउन के बाद ज्योति  (Jyoti Kumari Cycling) को ट्रायल का मौका देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैंने उससे बात की थी और उसे बता दिया है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद जब भी मौका मिलेगा वह दिल्ली आए और उसका इंदिरा गांधी स्टेडियम में हम उसका छोटा सा टेस्ट लेंगे. हमारे पास वाटबाइक होती है जो स्थिर बाइक है. इस पर बच्चे को बैठाकर चार-पांच मिनट का टेस्ट किया जाता है. इससे पता चल जाता है कि खिलाड़ी और उसके पैरों में कितनी क्षमता है. वह अगर इतनी दूर साइकिल चलाकर गई है तो निश्चित तौर पर उसमें क्षमता है.'

वीएन सिंह ने स्वीकार किया कि 15 साल की बच्ची के लिए रोजाना 100 किमी से अधिक साइकिल चलाना आसान काम नहीं है. उन्होंने कहा, '14-15 साल की बच्ची के लिए रोजाना 100-150 किमी साइकिल चलाना आसान नहीं है. मैं मीडिया में आई खबरों के आधार पर ही बोल रहा हूं लेकिन अगर उसने सचमुच में ऐसा किया है तो वह काफी सक्षम है.' उन्होंने कहा ,' उसने अपने पिता को भी साइकिल पर बैठा रखा था और उसके पास छोटा-मोटा सामना भी रहा होगा इसलिए उसने जो किया वह काबिलेतारीफ है. खेल की जरूरत के अनुसार वह सक्षम है या नहीं, इसका फैसला हम टेस्ट के बाद ही कर पाएंगे. उस टेस्ट में अगर हमारे मापदंड पर वह थोड़ी सी भी खरी उतरती है तो हम उसकी पूरी सहायत करेंगे और उसे विशेष कोचिंग दी जाएगी. '

लॉकडाउन में गुरुग्राम से पहुंची दरभंगा
ज्योति  (Jyoti Kumari) के पिता गुरुग्राम में रिक्शा चलाते थे और उनके दुर्घटना का शिकार होने के बाद वह अपनी मां और जीजा के साथ गुरुग्राम आई थी और फिर पिता की देखभाल के लिए वहीं रुक गई.
इसी बीच कोविड-19 के कारण लॉकडाउन की घोषणा हो गई और ज्योति के पिता का काम ठप्प पड़ गया. ऐसे में ज्योति ने पिता के साथ साइकिल पर वापस गांव का सफर तय करने का फैसला किया. अपने घर में ही क्वारंटीन का समय काट रही ज्योति ने कहा कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह ट्रायल के लिए तैयार हैं.

देश के लिए खेलने की चाहत
पंद्रह साल की ज्योति ने दरभंगा से फोन पर बताया, 'साइकिलिंग महासंघ वालों का मेरे पास फोन आया था और उन्होंने ट्रायल के बारे में बताया. अभी मैं बहुत थकी हुई हूं लेकिन लॉकडाउन के बाद अगर मुझे मौका मिलेगा तो मैं जरूर ट्रायल में हिस्सा लेना चाहूंगी. अगर मैं सफल रहती हूं तो मैं भी साइकिलिंग में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहती हूं.' तीन बहन और दो भाइयों के बीच दूसरे नंबर की संतान ज्योति ने कहा कि वह पढ़ाई छोड़ चुकी हैं लेकिन अगर मौका मिलता है तो दोबारा पढ़ाई करना चाहती हैं.

HIIMS HOSPITAL वैशाली जंदाहा के चिकित्सक डॉ पप्पू कुमार सिंह वाग्भट्ट पुरस्कार से हुए मेरठ में हुए सम्मानित

HIIMS HOSPITAL वैशाली जंदाहा के चिकित्सक डॉ पप्पू कुमार सिंह वाग्भट्ट  पुरस्कार से हुए मेरठ  में हुए सम्मानित आयुर्व...